स्वंम हित के लिये पार्टी बदलना अमूल्य वोट का अपमान |

देंश में कपड़ो की तरह पार्टी बदलना नागरिक के अमूल वोट से खिलवाड जारी है ।पार्टी हित में नेताओ की खरीद फरोक्त खुले आम जारीहै जिसे सुप्रीम कोर्ट भी मानता है ।राजनीति नेताओ की मंडी वन गई है ।देश हित की राननीति कम कुर्सी हित की राजनीति हो रही है।स्वंम हित में पार्टी बदलना नागरिको के वोट के साथ खिलवाड़ है सरकारअविलवं रोक लगाये दलवदल कानून में बदलाव लाना होगा वर्ना जनता वोट का अपमान नही सहेगी |