शिवसेना का तंज- एक भगत सिंह ने आजादी दिलवाई, तो दूसरे ने.....

मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में चल रहे सियासी उथल-पुथल के दौरा में राजनीतिक पार्टियों के एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगातार चल रहे हैं. ऐसे में शिवसेना ने अब अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी (BJP) और सूबे के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर हमला किया है. सामना ने अपने संपादकीय में राज्यपाल की तुलना स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से की है. संपादकीय में लिखा गया कि एक भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए फांसी के फंदे को चूम लिया था, वहीं दूसरे भगत सिंह ने हस्ताक्षर से रात के अंधेरे में लोकतंत्र और आजादी को वध स्तंभ पर चढ़ा दिया.





किस आधार पर दिलवाइ शपथ
संपादकीय के अनुसार राज्यपाल ने किस आधार पर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई. इन सभी ने जाली कागज पेश किए और संविधान के रक्षक भगत सिंह नाम के राज्यपाल ने आंख बंद करके उन पर विश्वास किया. फिर तीनों पार्टियों (कांग्रेस-एनसीपी व शिवसेना) के विधायकों ने अपने हस्ताक्षर वाला पत्र सौंपा, इस संबंध में माननीय भगतसिंह राज्यपाल महोदय का क्या कहना है.
नितिन गडकरी पर भी कसा तंज
सामना के जरिए शिवसेना ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर भी तंज कसा. लिखा गया कि गडकरी एक अच्छे राजनीतिज्ञ हैं, अब तक यही समझा जाता था लेकिन यह भी गलत साबित हुआ. इस पूरे मामले को उन्होंने क्रिकेट का खेल बताया. हम उनसे कहते हैं कि अपनी सेहत का ध्यान रखो चाहे जितनी भी फिक्सिंग हो जाए सत्यमेव जयते को जुआरी नहीं हरा सकते हैं.
ऑपरेशन लोटस की जरूरत क्यों?
संपादकीय में लिखा गया कि मुख्यमंत्री फडणवीस के पास बहुमत था फिर बहुमत के लिए नई चांडाल चौकड़ी वाले ऑपरेशन लोटस की क्या जरूरत थी. इस चौकड़ी का एक सदस्य तो सीधे तौर पर कहता है कि बाजार में विधायक खुद को बेचने को तैयार हैं. ये थैलीशाही की राजनीति है. ये चौकड़ी पैसों का बैग लिए घूम रही है.