देश में नेताओं की देश भक्ती पर शंका महापुरूर्षो का अपमान करना फिर मांफी मागांना आम बात है iगोटसे को देश्मक्त कहना सोच को ढ़र्शाता है। संसद में नेताओ से माफी मागांना काफी नही है देश की जनता से भी मॉफी माँगना होगा वर्ना जनता आहत है, बापू का सम्मान चाहती है।
आरवरी मेंजिदा के स्थान पर निंदा है। देश वासियो से माफी मॉगनां होगा